Moh Na Laage
Arijit Singh
मोह ना लाग
मोह ना लागे मोहन तोस
ऐसी कोई सूरत करद
या रेशम सी मखमल करद
या पत्थर की मूरत करद
तो मैं काशी काबा मेर
तो मैं काशी काबा मेर
तो मैं बस्ते राम
जो कर लूं मैं तेरे फेर
कर लूं चारो धाम
कर लूं चारो धाम
मोह ना लाग
मोह ना लाग
मोह ना लाग
मोह ना लाग
तरस मैं बीते बरसे ये सार
बरसे रिमझिम मेघ कर
संझ चढ़ी तो संझ चली फिर
चंद भी निकला चमके सितार
फूल खिला न अंगना मोर
आए गए जो भाग
पर नैनों ने मेरे लिया न
सावन से बैराग
सावन से बैराग
मोह ना लाग
मोह ना लाग
मोह ना लाग
मोह ना लाग
कैसो पियसो छाओ लागा य
जग दोष का ही नाम द
मीरा को भक्ति सुहाए
प्रीत क्यूं डारी श्याम स
हो सारे गीत बदल द
चाहे रीत पलट द
दो नाम अलग है संग में बोल
आज से बोलो मीरा-श्याम मीरा-श्याम
तुने जोग का चोला ओढ
पहना हर इलज़म
पी लूं अब मैं विष का प्याल
हो जाऊं बदनाम
बोलो मीरा-श्याम
बोलो मीरा-श्याम
मोह ना लाग
मोह ना लाग