Sajni
Arijit Singh
हो सजनी र
कैसे कटे दिन रात
कैसे हो तुझसे बात
तेरी याद सतावे र
हो सजनी र
कैसे कटे दिन रात
कैसे मिले तेरा साथ
तेरी याद, तेरी याद सतावे र
कैसे घनेरे बदरा गिर
तेरी कमी की बारिश लिए
सैलाब जो मेरे सीने में ह
कोई बताए ये कैसे थम
तेरे बिना अब कैसे जिए
हो सजनी र
कैसे कटे दिन रात
कैसे हो तुझसे बात
तेरी याद सतावे र
हो सजनी र
कैसे कटे दिन रात
कैसे हो तुझसे बात
तेरी याद, तेरी याद सतावे र
हो सजनी र