Bada Dukh Dina O Ramji
Lata Mangeshkar
स ग रे ग स स ग र
ग स ग रे प ग र
रे म प नि ध, स ग म ध प
नि रे ग प म रे म ग स ग रे नि रे स
ओ रामजी, बड़ा दुःख दी न
तेरे लखन ने बड़ा दुःख दी न
तेरे लखन ने बड़ा दुःख दी न
सुध बुध बिसराई मेरी नींद चुराई
मेरा मुश्किल कर दिया जीन
बड़ा दुःख दी न
तेरे लखन ने बड़ा दुःख दी न
ओ रामजी, बड़ा दुःख दी न
वोह दीपक है, मैं ज्योति ह
वोह दीपक है, मैं ज्योति ह
वोह हंसता है, मैं रोती ह
मेरे प्यार की कदर उससे होगी मगर
मुझे ज़हर पड़ेगा पीन
बड़ा दुःख दी ना, बड़ा दुःख दी न
तेरे लखन ने बड़ा दुःख दी न
मेरी अंखियाँ, मेरे सपन
मेरी अंखियाँ, मेरे सपन
ले गया सब कुछ साथ वो अपन
यह जान निगोड़ी जाने काहे को छोड
छलिए ने सब कुछ छीन
बड़ा दुःख दी ना, बड़ा दुःख दी न
तेरे लखन ने बड़ा दुःख दी न
स ग रे स, स ग म प
ग म प प म ग, ग स
सुनकर मेरी राम दुहाई
सुनकर मेरी राम दुहाई
देखो वोह आया हरजाय
निर्मोही यह कैसा जो मैं जानती ऐस
तो मैं करती प्यार कभी न
बड़ा दुःख दी न
तेरे लखन ने बड़ा दुःख दी न
बड़ा दुःख दी न
किस लखन की बात करती हो तुम?
लखन ने, लखन ने, मेरे लखन न
सजन ने, सजन ने, मेरे सजन न
सजनों के सजन ने, मेरे लखन न
म्म म्म म्म म्म, ओह ओह ओह ओह ओह
आह, आह, आह, आह, आह, आह, आह