Ek Vari
MITRAZ
किस मोड़ पे हैं गर्दिश-ए-आयाम
कोई बता दे है मेरा ये ख्वाब
इस ख्वाब ने तेरी पनाह चाहा
बस खाली दिल ने ये ही गम मांगा
जगा दे मुझे इन सपनो से
मिटा दे आशू ये पलको से
आ एक वारी मेरे दिल में
आ एक वारी मेरे दिल में
की मान लूं मैं प्यार को तेरे अपना सवेरा साथिया
जगा दे मुझे इन सपनो से
मिटा दे आशू ये पलको से
आ एक वारी मेरे दिल में
आ एक वारी मेरे दिल में
ये कहानियां, दिल की ये बाते हैं
ये मौसम, ये हवा करती इसारे
ये कहानियां, दिल की ये बाते हैं
मेरा मर्ज, मेरी दावा, तू ही जहां है
जगा दे मुझे इन सपनो से
मिटा दे आशू ये पलको से
आ एक वारी मेरे दिल में
आ एक वारी मेरे दिल में
की मान लूं मैं प्यार को तेरे अपना सवेरा साथिया
जगा दे मुझे इन सपनो से
मिटा दे आशू ये पलको से
आ एक वारी मेरे दिल में
आ एक वारी मेरे दिल में